सुख की वर्षा करो नाथ अब
दुःख के कारण दूर करो प्रभु
दुःख दुनिया से हरो नाथ अब !
सुख के दाता तुम हो प्रभुजी
दुःख है हमरे काज
हम अज्ञानी, हम हैं मूरख
हम पर अपना धरो हाथ अब !
जब देखें सब अच्छा देखें
बुरा न देवें ध्यान
ऐसी आँखें दे दो हमको
मन में श्रद्धा भरो नाथ अब !