मन तरंग

मन तरंग
लहरों सा उठता गिरता ये मानव मन निर्माण करता है मानवीय मानस चित्रण का

Wednesday, July 6, 2011

यज्ञ एक क्रांति है

श्रेष्ठ कर्म यज्ञ है , परम धर्म यज्ञ है
आपस के प्रेम का , सत्य मर्म यज्ञ है

यज्ञ विश्व शांति है , यज्ञ बिन अशांति है
जीवन के तिमिर  में, यज्ञ एक क्रांति है 

यज्ञ वेद गीत है, यज्ञ विश्व मीत है 
यज्ञ के बिन हार है , यज्ञ से ही जीत है 

यज्ञ तो सुगंध है , यज्ञ गुण अबंध है 
वायु के सुधार का, यज्ञ ही प्रबंध है 

यज्ञ मन की शक्ति  है , यज्ञ ईश भक्ति है 
यज्ञ व्यक्ति से नहीं , यज्ञ से ही व्यक्ति है     

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